उचित समयों पर इन दोनों तारों के बीच बिजली की चिनगारी (स्पार्क) निकलती है, जिसका नियंत्रण इंजन के चलते रहने पर अपने-आप होता रहता है।
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उचित समयों पर इन दोनों तारों के बीच बिजली की चिनगारी (स्पार्क) निकलती है, जिसका नियंत्रण इंजन के चलते रहने पर अपने-आप होता रहता है।
3.
मोटरकार के इंजनों में पेट्रोल जलाने के लिए बिजली की चिनगारी (स्पार्क) का उपयोग होता है, क्योंकि ऐसी चिनगारी अभीष्ट क्षणों पर उत्पन्न की जा सकती है।
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मोटरकार के इंजनों में पेट्रोल जलाने के लिए बिजली की चिनगारी (स्पार्क) का उपयोग होता है, क्योंकि ऐसी चिनगारी अभीष्ट क्षणों पर उत्पन्न की जा सकती है।
5.
यदि गाड़ी में परिवर्तनशील ज्वालक युक्ति लगी हो, जिससे बिजली की चिनगारी पहले से अथवा विलंबित कर छोड़ी जा सकती हो, तो गाड़ी को चालू करते समय उसे कुछ लंबित कर देना चाहिए।
6.
इस वैज्ञानिक सिद्धांत के प्रारम्भिक चरण में सन 1953 में मिलर नामक वैज्ञानिक ने एक प्रयोग किया था जिसमें उसने पृथ्वी के प्रांरभिक वायुमंडल में पाई जाने वाली जल वाष्प, मीथेन अमोनिया और हाइड्रोजन जैसी गैसों के मिश्रण में एक सप्ताह तक बिजली की चिनगारी प्रवाहित की जिसके फलस्वरूप एमिनो एसिड्स तैयार हुए ।